महाविद्यालय तलवाड़ी में “जैव विविधता” विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का हुआ समापन।
बदलता गढ़वाल न्यूज,
थराली/नवीन चंदोला।
राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी के लालबहादुर शास्त्री सभागार में “पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य के लिए जैव सक्रिय यौगिकों की आपूर्ति के रूप में पौधों की “जैव विविधता” विषय पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के द्वितीय दिवस बतौर मुख्य अतिथि ए.के.शर्मा (D.I.G. S S B ग्वालदम) ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर डा.सी.पी.कुनियाल (हर्बल रिसर्च एंड डेवलपमेंट इन्स्टीट्यूट मण्डल गोपेश्वर) ने अपने संबोधन ने कहा अगर मानव जीवन बचाना है, तो पर्यावरण का संरक्षण करना अति आवश्यक है,अधिक से अधिक पौध रोपण कर अपनी तथा आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित करना होगा, ताकि हमें स्वच्छ हवा -पानी उपलब्ध हो सके.
वहीं कार्यक्रम में मुख्य वक्ता “मैंती आंदोलन” के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा आज जिस प्रकार तेजी से ग्लेशियर पिघलते जा रहे हैं, हमें ग्लेशियरों को बचाना होगा, आए दिन ग्लेशियर ग्लोबल वार्मिंग के चलते पीछे की और जा रहे हैं, जो एक संकट का विषय है, जंगलों में लगने वाली आग तथा अधिक मात्रा में पेड़ पौधों के कटान के कारण गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है, अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर जंगलों में लगने वाली आग पर अंकुश लगाया जा सकता हैं।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए जंगलों में लगने वाली आग पर नियंत्रण करना जरूरी हैं, आग के कारण गर्मी बढ़ने से हमारे ग्लेशियर लगातार पिघल रहे हैं,अगर इसी प्रकार पिघलते रहे तो आने वाले समय में जल संकट के लिए जूझना पड़ेगा, इसलिए हमें जंगलों को आग से बचाने के साथ-साथ अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर बरसात में जल का संग्रहण करना होगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय तलवाड़ी के प्राचार्य योगेन्द्र चन्द्र सिंह , डॉ अनुज कुमार, सुनील कुमार,मोहित उप्रेती,,डॉ निशा ढोडियाल,डॉ पुष्पा रानी,डॉ सुधा राणा,डॉ जमशेद अंसारी,डॉ सुनीता भंडारी, डॉ संतोष पंत, डा. शंकर राम, डॉ सुनील कुमार , आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ.योगेंद्र चंद्र सिंह तथा कार्यक्रम संयोजक डॉ.प्रतिभा आर्य, डॉ ललित जोशी, डॉ नीतू पांडे ने अतिथियों का स्वागत किया,कार्यक्रम का संचालन डॉ ललित जोशी ने किया।