*यहाँ के ग्रामीण श्रमदान से कर रहे है सड़क निर्माण , सरकार को दिखाया आईना।*
*बदलता गढ़वाल ब्यूरो(21 मार्च 2023)*। गांव तक सड़क पहुंचाने के लिये देवलधार गांव के ग्रामीण श्रमदान के माध्यम से कर रहें हैं निर्माण कार्य, सरकार को दिखाया आईना।
गोपेश्वर। आज के समय में पूरे देश एवं प्रदेश में हर गांव को सड़क से जोड़ा जा रहा है। वही दूसरी तरफ जिला मुख्यालय से 7 किमी दूरी पर स्थित देवलधार गांव आज भी सड़क से दूर है। 2019 में स्वीकृत हुई सड़क अभी तके पूरी नही हो पाई है। जिसको देखते हुए देवलधार के ग्रामीणों ने श्रमदान के जरिये सड़क निर्माण कार्य करने का फ़ैसला लिया है। और विगत 7 दिनों में 80 मीटर सड़क बना दी।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के किये कई बार शासन-प्रशासन से वार्ता की गई लेकिन उनको कोई भी आश्वासन नही मिला लिहाजा गांव वालों को मजबूरन श्रमदान का फैसला लेना पड़ा।
*क्यों 2 साल से अधर में ढाई किमी सड़क..?*
जानकारी के अनुसार 2019 में स्वीकृत ढाई किमी सड़क का कार्य तब रुक गया, जब पड़ोसी गांव के पास चट्टानों में सड़क निर्माण कार्य चल रहा था, सड़क के पास क्यार्की गांव वालों ने आवासीय भवनों को क्षति पहुँचने का हवाला देते हुए विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद सड़क कार्य रुक गया।
2 साल बीत जाने के बाद गांव वालों ने 10 मार्च को महिला मंगल दल की बैठक आहूत की, बैठक में निर्णय लिया कि 600 मीटर सड़क को गांव वाले श्रमदान के जरिये पूरा करेंगे।
7 दिन में ग्रामीणों ने 80 मीटर सड़क का कार्य कर चुके हैं। सड़क कार्य मे गांव के 13 पुरूष और 23 महिलायें जुटी है।