दुःखद: नम आँखों से हुआ पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार, मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल, पूरे क्षेत्र में पसरा सनाटा।
दुःखद: नम आँखों से हुआ पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार, मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल, पूरे क्षेत्र में पसरा सनाटा।
नंदानगर घाट।
विकास खंड के सुतोल गांव में चारों तरफ सन्नाटा है। यहां अमृत सरोवर के तहत बने तालाब में संदिग्ध परिस्थिति में पिता-पुत्र के मृत मिलने के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है। कई ग्रामीणों को अभी तक भी विश्वास नहीं हो रहा है कि गांव के सौम्य स्वभाव के नंदन सिंह और उनका बेटा अनिल अब इस दुनिया में नहीं रहा ।
अनिल की मां, भाई और बहनों के आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं। उसकी मां कई बार बदहवास होकर जमीन पर गिर गई। इस अनहोनी के बाद सुतोल गांव में दो दिनों से चूल्हे नहीं जले हैं। रविवार को गांव के पैतृक घाट पर दोनों शवों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। घटना के बाद से गांव में हर कोई स्तब्ध है।
सुतोल गांव पहुंचे नंदानगर थाने के थानाध्यक्ष ध्वजवीर सिंह ने बताया कि सुतोल गांव से पांच किलोमीटर दूर एक अमृत सरोवर के तहत ग्रामीणों ने करीब 250 मीटर लंबा और चौड़ा तालाब बनाया है। तालाब में इन दिनों पानी ठीकठाक है। अमृत सरोवर योजना के तहत विकास खंड की ओर से यहां तालाब बनाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते शनिवार को नंदन सिंह, उम्र 47 वर्ष और उनका बेटा अनिल (19 वर्ष) तालाब के आसपास गए। इसी क्षेत्र में ग्रामीणों की छानियां भी मौजूद हैं उस दौरार वहां गांव का चंद्र सिंह भी मौजूद था।
अनिल तालाब में नहाने गया और कुछ देर बाद लापता हो गया। जब वह दिखाई नहीं दिया तो नंदन सिंह भी तालाब में कूद गया। नंदन सिंह भी दूबने लगा तो चंद्र सिंह भी तालाब में गया। लेकिन कई जगहों पर पांवों के नीचे मिट्टी धंसने से चंद्र सिंह ज्यादा दूर नहीं जा पाया और वापस आ गया। इसकी सूचना चंद्र सिंह ने अन्य ग्रामीणों को दी। यह घटना अभी संदिग्ध प्रतीत हो रही है। लिहाजा पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।