दूरस्थ विकासखंड जोशीमठ के अति दुर्गम अध्यापक विहीन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर बोर्ड सदस्य ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
बदलता गढ़वाल ब्यूरो,
चमोली।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं उत्तराखंड भवन एवं सनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के सदस्य कृष्णमणि थपलियाल ने शिक्षा मंत्री को पत्र प्रेषित करते हुऐ कहा है कि जोशीमठ विकासखंड के अति दुर्गम क्षेत्र में स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कलगोठ, प्राथमिक विद्यालय कलगोठ, प्राथमिक विद्यालय जखूड़ा एवं राइका जखोला से स्थानांतरित किये गये शिक्षकों के स्थान पर अभी तक नये शिक्षको की नियुक्ति नहीं हुई है। जबकि क्षेत्र भ्रमण के दौरान भी आपसे इन अध्यापक विहीन विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति किये जाने का आग्रह किया गया था। लेकिन अभी तक आति दुर्गम सीमांत क्षेत्र के उक्त विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। जिससे यहां निवास करने वाले ग्रामीणों को अपने बच्चों को पढ़ाने में कठिनाइयां आ रही है।
अपने पत्र में बोर्ड सदस्य थपलियाल ने कहा है कि सीमांत क्षेत्र के अति दुर्गम क्षेत्र में यहां अधिकांश परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे है। शिक्षकों के नियुक्ति की मांग को लेकर ग्रामीण आन्दोलनरत भी है। उन्होंने कहा है कि जोशीमठ विकासखंड का अति दुर्गम क्षेत्र डुमक, कलगोठ, पल्ला, किमांणा, जखोला आज भी विकास से कोसों दूर है। मुख्य सड़क मार्ग से इन गांवों की पैदल दूरी लगभग 15 से 20 किमी है। इस पूरे क्षेत्र में गरीब ग्रामीणों के बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए उक्त विद्यालयों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। उन्होंने कहा है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अभाव में ही पहाड़ों से पलायन हो रहा है। दुर्गम क्षेत्र के विद्यालय में अध्यापकों की नियुक्ति की मांग करते हुऐ उन्होंने कहा है कि ताकि यहां के ग्रामीणों को अपने पाल्यों की शिक्षा के लिए पलायन न करना पड़े। पत्र की प्रतिलिपि शिक्षा सचिव उत्तराखंड, जिलाधिकारी चमोली व मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली को भी प्रेषित की गई है।