ऑपरेशन मुक्ति“- भिक्षा नहीं, शिक्षा दें” अभियान का जनपद में किया गया शुभारंभ।


चमोली। “ऑपरेशन मुक्ति“- भिक्षा नहीं, शिक्षा दें “Support to educate a child”

बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कर शिक्षा की ओर अग्रसर करने के लिए जनपद में दो माह तक चलाए जा रहे अभियान “ऑपरेशन मुक्ति” का किया गया शुभारम्भ।

ऑपरेशन मुक्ति हेतु जनपद स्तर पर गठित टीम के सदस्यों एवं विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ किया गया गोष्ठी का आयोजन।

पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड श्री अशोक कुमार महोदय द्वारा प्रदेश भर में भिक्षावृत्ति में लगे बच्चों को भिक्षावृत्ति के दलदल से मुक्त कर शिक्षा की ओर अग्रसर करने एवं उनके पुनर्वास हेतु नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु भिक्षा नहीं, शिक्षा दें, व Support to educate a child की थीम पर प्रदेश के सभी जनपदों में दिनाँक 1.3.2023 से 30.4.2023 तक दो माह का ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।

महोदय के आदेशानुक्रम में पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद चमोली श्री प्रमेन्द्र डोबाल महोदय के निर्देशन में जनपद में ऑपरेशन मुक्ति अभियान को सफल बनाये जाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने एवं बच्चों के भिक्षावृत्ति से मुक्त करने व शिक्षा के लिए प्रेरित करने,आमजनमानस को अधिक से अधिक जागरुक करने हेतु जनपद स्तर पर ऑपरेशन मुक्ति टीम का गठन किया गया है।

जनपद चमोली में उक्त अभियान सफलता हेतु नोडल अधिकारी/ श्रेत्राधिकारी ऑपरेशन सुश्री नताशा सिंह द्वारा आज दिनाँक 2.3.2023 को पुलिस कार्यालय गोपेश्वर में विभिन्न विभागों यथा चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जिला श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास, चाइल्ड हेल्प लाईन, सी0डब्ल्यू0सी0, के पदाधिकारियों एवं जनपद की ऑपरेशन मुक्ति टीम के सदस्यों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया।

गोष्ठी में उपस्थित उपरोक्त विभागों के पदाधिकारियों से उनसे सम्बन्धित कार्यों के क्रियान्वयन जैसे- चिकित्सा शिविरों का आयोजन किए जाने, कल्याणकारी नीतियों की जानकारी देने, शिक्षा सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराने के साथ शिक्षा के प्रति जागरुक करने, रोजगार दिए जाने, बच्चों के विकास के प्रति जागरुक किए जाने की अपेक्षा की गई।

दो माह तक चलने वाला यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा।
पहले चरण में भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों व उनके परिवारों का पूर्ण विवरण प्राप्त किया जाएगा साथ ही ऐसे बच्चों का भी चिन्हीकरण होगा जिनका विद्यालयों व डे केयर में दाखिला किया जाना है।

दूसरे चरण में सभी स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों, धार्मिक स्थलों, बस व टैक्सी स्टेशनों, आदि पर बच्चों को भिक्षा ना दिए जाने के सम्बन्ध में जागरुकता अभियान चलाकर आम जनता को अधिक से अधिक जागरुक किया जाना है। भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को भिक्षावृत्ति से हटाकर उनके व उनके परिजनों की काउंसलिंग कराकर बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाएगा एवं उनके परिजनों के लिए रोजगार दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

बच्चों को भिक्षावृत्ति के दलदल से निकालकर शिक्षा की ओर अग्रसर कर बच्चों को अपराधी बनने से रोकना एवं उनके उज्जवल भविष्य के निर्माण करना ऑपरेशन मुक्ति अभियान का मूल उद्देश्य है, जिसे सफल बनाने के लिए आमजनमानस की सहभागिता महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर डॉ. यशोदा पाल (जिला चिकित्सालय गोपेश्वर), डॉ.अरविन्द पोखरियाल (जिला चिकित्सालय गोपेश्वर), श्रीमती हेमलता भट्ट (अध्यक्ष चाइल्ड वैलफेयर कमेटी), श्रीमती रश्मि रावत (महिला एवं बाल विकास), श्रीमती किरन शाह (महिला एवं बाल विकास), श्री पान सिंह रावत (चाइल्ड वैलफेयर कमेटी चमोली), श्री अरविन्द पुरोहित (चाइल्ड वैलफेयर कमेटी चमोली), श्री राकेश चन्द्र भट्ट (प्रभारी एएचटीयू), महिला उ.नि. मीता गुसांई (प्रभारी महिला हैल्प लाइन), जनपद स्तर पर ऑपरेशन मुक्ति अभियान हेतु गठित पुलिस टीम में नियुक्त महिला एवं पुरुष कर्मी, उपस्थित रहे।

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