गोपेश्वर: मानसून सत्र के दौरान अलर्ट मोड पर रहे सभी अधिकारी।
बदलता गढ़वाल न्यूज।
गोपेश्वर।
मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला एवं तहसील स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि 15 जून से पहले मानसून सीजन की सभी तैयारियां पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि सभी संवेदनशील स्थलों पर जेसीबी मशीन एवं ऑपरेटर की तैनाती की जाए। सड़क किनारे नाली और कलवटों की सफाई की जाए। वैकल्पिक मार्गो पर भी पर्याप्त संख्या में संशाधनों की तैनाती रखते हुए सुचारू रखा जाए। मार्ग अवरुद्ध होने पर दोनों तरफ फंसे यात्रियों को तत्काल राहत सामग्री पैकेट वितरण कराया जाए। वन विभाग और जिला पंचायत के अंतर्गत पैदल मार्गो को भी दुरूस्त किया जाए।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार संभावित खतरे की स्थिति में स्थानीय स्तर पर विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित करें। जिले स्तर से अवकाश घोषित होने का इंतजार न करें। ट्रैकिंग पर जाने वाले पर्यटकों का विशेष ध्यान रखा जाए। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी पर ट्रैकिंग की अनुमति न दी जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए तहसील को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए गए है। उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम को एक्टिवेट रखते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम, नंबर भी अपडेट किए जाए। तहसील और गांवों को उपलब्ध कराए गए सभी सेटेलाइट फोन की जांच कर ली जाए। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र में स्वयं व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने तथा किसी भी क्षेत्र में कोई भी घटना घटित होने पर तत्काल इसकी सूचना कन्ट्रोल रूम व संबधित विभाग को उपलब्ध कराते हुए बिना किसी अनुमति का इंतजार किए राहत कार्य शुरू करवाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास रहे कि कोई भी जनहानि न हो।
जिलाधिकारी ने अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाएं और एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। जल संस्थान को पर्याप्त संख्या में एचटीपी पाइप व पेयजल टैंकर और विद्युत विभाग को विद्युत पोल, तार एवं ट्रॉस्फार्मर की व्यवस्था रखने के साथ पेडों की लॉपिंग कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। मानसून अवधि में सड़कें, विद्युत और पेयजल लाईन बाधित होने की स्थिति में व्यवस्थाओं को सुचारू करने के लिए रिस्पांस टाईम कम से कम रखा जाए और वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएं। जिला पूर्ति अधिकारी को मानसून अवधि के लिए खाद्यान्न एवं ईंधन का पर्याप्त भंडारण करने को कहा। नगर पालिका व नगर पंचायतों को बरसात से पहले सभी नालियों की सफाई करने, जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी हेतु आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जनपद में उप निर्वाचन की आदर्श आचार संहिता के चलते जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर जो भी कार्य किए जाने आवश्यक है, तत्काल उसकी सूची उपलब्ध करें, ताकि आयोग से इसकी स्वीकृति ली जा सके। इस दौरान जिलाधिकारी ने विगत प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुनर्निर्माण कार्यो के लिए एसडीआरएफ एवं आपदा न्यूनीकरण के तहत अवमुक्त एवं व्यय धनराशि की समीक्षा भी की। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि आपदा न्यूनीकरण मद से पूर्व में आवंटित धनराशि और निर्माण कार्यो को पूरा करते हुए फोटो सहित उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध करें।
बैठक में डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, एसडीएम आरके पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव शर्मा, सीओ पुलिस प्रमोद शाह, परियोजना निदेशक आनंद सिंह सहित सभी विभागों एवं तहसीलों के अधिकारी उपस्थित थे।