मां नंदा राजराजेश्वरी की उत्सव डोली नववर्ष के दिन सिद्धपीठ देवराड़ा से सिद्धपीठ कुरुड़़ की ओर करेगी प्रस्थान।
बदलता गढ़वाल न्यूज,
थराली/नवीन चंदोला।
मां नंदा राजराजेश्वरी की उत्सव डोली नववर्ष के दिन पूजा -अर्चना के उपरान्त छः माह अपने ननिहाल सिद्धपीठ देवराड़ा प्रवास के बाद आगामी छः माह के लिए सिद्धपीठ कुरूड़़ नंदानगर के लिए रवाना होगी।
जिसकी तैयारी को लेकर सिद्धपीठ देवराड़ा परगना नंदाक बधाण मंदिर समिति के अध्यक्ष थोकदार भुवन चंद्र हटवाल ने बताया कि 1 जनवरी को बधाण की नंदा भगवती राजराजेश्वरी की उत्सव डोली की विदाई के लिए मंदिर की साफ सफाई, साज सज्जा, का कार्य चल रहा है, 31 दिसंबर को विशेष पूजा अर्चना के साथ देवी जागरण तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, तथा 1 जनवरी को देवी की उत्सव डोली रात्रि विश्राम के लिए भेंटा तक विदा की जाएगी।
सिद्धपीठ कुरुड़ के अध्यक्ष नरेश गौड़ ने बताया कि वेदिक गणना के अनुसार नंदादेवी राजराजेश्वरी बधाण की उत्सव डोली 1 जनवरी को सिद्धपीठ देवराड़ा से सिनई तल्ली होते हुए रात्रि विश्राम के लिए भेटा गांव पहुंचेगी,2 जनवरी को भेंटा से रायकोली होते हुए रात्रि विश्राम चोण्डा पहुंचेगी,3 जनवरी को चोण्डा से काखड़ा होते हुए सुनला,4 जनवरी को सुनला से देवलग्वाड़़ होते हुए सुनाऊं,5 जनवरी को सुनाऊं से पैनगढ़ होते हुए सिलोड़ी,6 जनवरी को सिलोड़ी से कोठा,7 जनवरी को कोठा से चिड़िगा तल्ला होते हुए आंगतोली,8 जनवरी को आंगतोली से सैनार होते हुए असेड़ सिमली,9 जनवरी को असेड़ सिमली से नाखोली होते हुए सणकोट,10 जनवरी को सणकोट से नंदानगर के बांसवाड़ा होते हुए सैती, 11 जनवरी को सैंती से सिद्धेश्वर मंदिर नंदानगर से होते हुए सिद्धपीठ कुरूड़ पहुंचेगी और उसी दिन मां नंदा राजराजेश्वरी की उत्सव डोली सिद्धपीठ कुरूड़ में विराजमान हो जाएगी।