*भोटिया जनजाति के शीतकालीन प्रवास के पड़ाव और राजकीय भूमि पर निर्मित भवनों का मालिकाना अधिकार दिए जाने की कवायद हुई शुरू।*
बदलता गढ़वाल(प्रदीप सिंह): *भोटिया जनजाति के शीतकालीन प्रवास के पड़ाव और राजकीय भूमि पर निर्मित भवनों का मालिकाना अधिकार दिए जाने की कवायद हुई शुरू।*
चमोली। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप भोटिया जनजाति के लोगों को उनके शीतकालीन प्रवास के पडाव और राजकीय भूमि पर निर्मित भवनों एवं काबिज भूमि का मालिकाना अधिकार दिए जाने की कवायद शुरू हो गई है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने इस संबंध में गुरूवार को राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि जनपद में भोटिया जनजाति के शीतकालीन प्रवास वाले सभी गांवों में भोटिया परिवारों की संख्या और काबिज क्षेत्रफल का संक्षिप्त विवरण तैयार किया जाए। राजस्व अभिलेखों में भोटिया पडाव के नाम से दर्ज भूमि और सरकारी भूमि के साथ ही भोटिया जनजाति के ऐसे परिवार, जिनके पास भूमि का मालिकाना हक है और ऐसे परिवार जिनको मालिकाना हक दिया जाना है, उसका विवरण शीघ्र उपलब्ध किया जाए।