*महाविद्यालय के छात्रों द्वारा बरसाती नाले में फँसी गाय को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला बाहर, निभाया मानवता का धर्म।*
बदलता गढ़वाल(प्रदीप सिंह): बरसाती गदेरे में फंसी गाय के लिए देवदूत बने महाविद्यालय पैठाणी के छात्र।
रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाल कर पेश की मानवता की मिशाल।
पैठाणी। राठ महाविद्यालय पैठाणी (पौड़ी) का इतिहास यूँ तो किसी से छिपा नही है। 2003 में दूरगामी सोच के साथ महाविद्यालय की स्थापना श्री गणेश गोदियाल द्वारा किया गया।
आज वर्तमान में महाविद्यालय में कल संकाय, शिक्षा संकाय के साथ शारीरिक संकाय संचालित है। शिक्षा के क्षेत्र में आज महाविद्यालय मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस संस्थान से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद छात्र-छात्राएं अनेक पदों ओर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इस बीच आज बीपीएड विभाग के छात्रों द्वारा 4 दिनों से बरसाती गदेरे में गाय की फंसने की सूचना प्राप्त हुई तो छात्रों ने आवश्यक सामग्री के साथ उक्त स्थान में जा पहुंचे। जहां कड़ी मशकत के बाद सभी लोगों ने रस्सी के सहारे गाय को खाई से बाहर निकाला। जिसके बाद गाय को सही स्थान पर पहुंचा दिया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जितेंद्र कुमार नेगी ने बताया कि शिक्षा के साथ-साथ छात्रों द्वारा सामाजिक दायित्वो का निर्वहन किया गया जिससे गर्व की अनुभूति हो रही है। बेहतर शिक्षा तभी सफल हो सकती है जब आप सामाजिक जीवन मे अपने दायित्वो का निःस्वार्थ भाव से निर्वहन करते हैं। स्थानीय लोगों द्वारा महाविद्यालय के छात्रों की प्रशंसा की गई।
रेस्क्यू टीम में शामिल परमेन्दर, सचिन, शुभम, श्रवण,
मीनाक्षी, कविता, अजहर अंसारी, कुशाल, त्रिभुवन, हिमांशु, प्रज्वाल, उज्ज्वल, विकास और खेम सिंह आदि शामिल थे।