गैरसैंण: उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों ने गैरसैंण को पर्वतीय राज्य का बताया प्रतिनिधि, यहां की प्राकृतिक सुंदरता की स्वीटजरलैंड से की तुलना।

उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों ने गैरसैंण को पर्वतीय राज्य का प्रतिनिधि बताते हुए की यहां की प्राकृतिक सुंदरता की तारीफ,स्वीटजरलैंड से की गैरसैंण की तुलना।

गैरसैंण/चामोली।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में रविवार को सिविल कोर्ट कर्मचारी आवासीय भवन का लोकार्पण हाईकोर्ट के न्यायाधीश राकेश थपलियाल व पंकज पुरोहित द्वारा किया गया। 255 लाख की लागत से बने 10 आवासीय फ्लैटों के भवन उद्घाटन अवसर पर पंडित जनार्दन प्रसाद पुजारी द्वारा हाईकोर्ट के न्यायाधीश राकेश थपलियाल एवं न्यायाधीश पंकज पुरोहित की उपस्थिति में पूजा अर्चना के साथ लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में जनपद चमोली के जिला जज, सीजेएम,सिविल जज, मुंसिफ जजों सहित बार संघों के सदस्य शामिल रहे। इस अवसर पर गैरसैण बार संघ के अध्यक्ष कुंवर सिंह बिष्ट एवं अन्य सदस्यों द्वारा न्यायाधीशों को चारधाम प्रतीक चिन्ह व शाल भेंटकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर राजकीय इंटर कॉलेज मेहलचौरी की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत के साथ ही लोकगीतों की गीतमाला प्रस्तुत की गई जिनके शानदार प्रस्तुति पर दोनों न्यायाधीशों ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया. संस्कृत महाविद्यालय सिमली के छात्रों द्वारा स्वस्ति वाचन एवं संस्कृत भजन की प्रस्तुति दी गयी।


उद्घाटन अवसर पर बार संघ सदस्यों एवं स्थानीय जनता को संबोधित करते हुए न्यायाधीश पंकज पुरोहित ने कहा कि गरीबों को सुलभ और सस्ता न्याय दिलाने की कड़ी में भवनों का लोकार्पण मिल का पत्थर साबित होगा।वहीं शुक्रवार को विधानसभा भराडीसैंण में रात्रि प्रवास का जिक्र करते हुए,उन्होंने गैरसैंण को पर्वतीय राज्य का प्रतिनिधि बताते हुए यहां की प्राकृतिक सुंदरता की तुलना स्विट्जरलैंड से की,इशारों इशारों में उन्होंने कहा की भराडीसैंण में विधानसभा भवन व आवासों के निर्माण पर 300 करोड की भारी भरकम राशी खर्च हुई है। जिसका लाभ पर्वतीय राज्य की जनता को जरूर मिलेगा।

वहीं न्यायाधीश राकेश थपलियाल ने कहा कि गैरसैंण में आकर आप पर्वतीय राज्य की समस्याओं को बेहतर तरीके से समझ भी सकते हैं,और उनका समाधान भी निकाल सकते हैं। उन्होंने जनपद चमोली के वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश पुजारी एवं भुवन नौटियाल जैसे अनुभवी व्यक्तियों की लंबी न्यायिक सेवाओं का जिक्र भी किया।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही हाईकोर्ट में वर्चुअल सेवाएं शुरू हो जाएंगी,जिससे घर बैठे ही न्यायीक सेवाओं का लाभ उठाया जा सकेगा।वहीं अधिवक्तागण भी वर्चुअल सुनवाई में शामिल होकर गरीबों को सुलभ और सस्ता न्याय दिला सकेंगे।।

ग्रीष्म कालीन राजधानी भराडीसैंण के प्राकृतिक सौंदर्य की तुलना स्विट्जरलैंड से की—-

सिविल कोर्ट कर्मचारी आवासीय भवन के लोकार्पण के लिए गैरसैंण पहुंचे,हाईकोर्ट के न्यायाधीशों राकेश थपलियाल व पंकज पुरोहित ने रात्रि प्रवास विधानसभा परिसर भराडीसैंण में किया। इस दौरान जहां उन्होंने पूरे परिसर का भ्रमण किया,वहीं यहां से नंदादेवी हिम श्रृंखला के दर्शन कर वे अभिभूत नजर आए।भराडीसैंण के प्राकृतिक सौंदर्य की तुलना स्विट्जरलैंड से किए जाने के साथ ही न्यायाधीशों ने पहाड़ी भूगोल वाले उत्तराखंड प्रदेश को बेहतर तरीके से समझने के लिए इसे सबसे उपयुक्त स्थान भी बताया।न्यायाधीशों के विधानसभा भ्रमण से स्थानीय लोगों में भी गैरसैंण को लेकर एक नई उम्मीद जगी है।

बार संघ अध्यक्ष गैरसैंण कुंवर सिंह बिष्ट ने कहा कि सरकारों ने अब तक स्थायी राजधानी के मामले को लटकाए रखा है,वहीं न्यायाधीशों के भ्रमण और उनके द्वारा गैरसैंण की तारीफें सुनने के बाद आमजन में इसको लेकर एक नई आशा जगी है।जिससे उत्साहित बार संघ जल्द ही गैरसैंण राजधानी के मामले के साथ ही हाईकोर्ट की स्थापना गैरसैंण में किए जाने व गैरसैंण को शीघ्र जिला बनाने के मामले को जनता के बीच लेकर जाएगी।

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