आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली ने जारी की आपदा क्षेत्र जोशीमठ की दैनिक रिपोर्ट। प्रशासन ने जोशीमठ में शीतलहर को देखते हुए की अलाव की व्यवस्था।
चमोली (जोशीमठ)।
जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ नगर क्षेत्र के 9 वार्ड में 863 भवन प्रभावित हुए है। जिनमें दरारें मिली है। इसमें से 181 भवन ऐसे हैं जिनको असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा अबतक 282 परिवारों के 947 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा जोशीमठ नगर क्षेत्र के अंतर्गत निवास करने योग्य अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 91 स्थानों में 661 कक्षो का चिह्नीकरण कर लिया गया है। जिसमे 2957 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है। वहीं नगर पालिका क्षेत्र जोशीमठ के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है जिसमे कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा।
राहत कार्यो के तहत जिला प्रशासन द्वारा अबतक 585 प्रभावितों को 388.27 लाख रुपये की धनराशि प्रभावित परिवारों में वितरित की जा चुकी है।
प्रभावितों को अबतक 954 खाद्यान किट, 741 कंबल व 1166 लीटर दूध, 124 हीटर/ब्लोवर, 127 डेली यूज किट, 48 जोडी जूते, 130 थर्मल वियर, 175 हाट वाटर वोटल, 619 टोपी, 280 मौजे, 245 शाल, 201 इलेक्ट्रिक केटल एवं 1250 अन्य सामग्री पैकेट का वितरण राहत सामग्री के रूप में किया जा चुका है इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है जिसके तहत राहत शिविरों में रह रहे 882 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। प्रभावित क्षेत्रों में 84 पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और 150 पशु चारा बैग वियरण का किया गया।
जिला मजिस्ट्रेट चमोली द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 का प्रयोग करते हुए नगर क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 1, 4, 5 व 7 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश क्षेत्रो को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाया गया है।
शीतलहर को देखते हुए नगरपालिका जोशीमठ क्षेत्र अंतर्गत 20 स्थानों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे है।