सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दंपति से लाखों की ठगी, सचिवालय का फर्जी नियुक्ति पत्र थमाया, नंदानगर थाने में मुकदमा दर्ज

बदलता गढ़वाल न्यूज,
गोपेश्वर।

चमोली के नंदानगर से सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। आपको बताते दें कि नंदानगर थाने में एक दंपति से सचिवालय में सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी किए जानें को लेकर तहरीर दी गई है। ठगी का शिकार हुए युवक ने नंदानगर थाने में चमोली ज़िले के सिमली निवासी प्रीतम सिंह नेगी के ख़िलाफ़ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई हैं। जिसके बाद नंदानगर थाने में प्रीतम नेगी के खिलाफ तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।

प्रीतम सिंह द्वारा राहुल को व्हाटसप पर भेजे गए नियुक्ति पत्र में उत्तराखंड के एक बड़े नौकरशाह के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक ज़िले और जनपद के बाहर कई युवाओं को पैसे लेकर ऐसे नियुक्ति पत्र प्रीतम सिंह के द्वारा बाँटे गई हैं, इस पूरे नियुक्ति प्रकरण में करोड़ो रुपयों के लेनदेन की बात सामने आ रही हैं।

वही पीड़ित राहुल बिष्ट निवासी बांसबाड़ा ने नंदानगर थाने में तहरीर देकर बताया कि सिमली निवासी प्रीतम सिंह के द्वारा उन्हें और उनकी पत्नी को उत्तराखंड सचिवालय में सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया गया।बताया कि इसके लिए प्रीतम सिंह नेगी के द्वारा उनसे 12 लाख रुपयों की डिमांड की गई।जिसमें से पीड़ित और उनकी पत्नी द्वारा प्रीतम सिंह और प्रीतम सिंह के द्वारा दिए गए खातो में बैंक और गूगल पे के माध्यम से लाखों रुपयों की धनराशि ट्रांसफर की गई। लेकिन प्रीतम सिंह की तरफ़ से उक्त दंपति को नियुक्ति को लेकर लंबे समय से आश्वासन ही मिलता रहा। लेकिन नियुक्ति नहीं मिल पाई।

पीड़ित राहुल का कहना हैं कि जब उनके द्वारा पैसा वापस मांगने को लेकर प्रीतम सिंह नेगी पर दबाव बनाया गया तो प्रीतम सिंह नेगी के द्वारा उत्तराखंड सचिवालय लिखा हुआ और एक सचिव के हस्ताक्षर वाला पत्र उन्हें यह बताकर व्हाट्सएप पर भेजा कि यह उनकी पत्नी का कार्मिक विभाग में सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र हैं।साथ ही ज्वाइनिंग के लिए प्रीतम सिंह ने ख़ुद साथ आने की बात कही,जब लंबे समय तक प्रीतम सिंह ने फ़ोन नहीं उठाया तो कई दिनों बाद प्रीतम सिंह नेगी के द्वारा एक और नियुक्ति पत्र भेजा गया,जिसमें उसकी नियुक्ति सचिवालय में चालक पद पर दर्शायी गई थी,राहुल के द्वारा नियुक्ति को लेकर प्रीतम सिंह को साथ चलने के लिए कहा तो राहुल के मुताबिक प्रीतम सिंह के द्वारा अतिरिक्त पैसों की डिमांड की गई।इसी दौरान राहुल के द्वारा उक्त नियुक्ति पत्र कुछ अपने परिचितों को दिखाया गया तो,तब राहुल को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका हैं।

नंदानगर थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष शिवदत्त जमलोकी ने बताया कि राहुल सिंह नाम के युवक ने थाने में आकर किसी प्रीतम सिंह नेगी के नाम तहरीर दी थी,तहरीर के आधार पर मामला बीएनएस लागू होने से पूर्व के चलते प्रीतम सिंह के ऊपर आई.पी.सी की धारा 120- B,406,420,468 में मुकदमा दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी हैं।

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