बुग्यालों पर संकट को लेकर बुग्यालों के संरक्षण की अपील तेज, पर्यावरणविदों ने दी चेतावनी
बदलता गढ़वाल न्यूज,
थराली/नवीन चन्दोला।
बुग्यालों पर अनियंत्रित पर्यटन और जलवायु परिवर्तन से खतरा बढ़ रहा है, जिसको लेकर सी. पी. भट्ट पर्यावरण एवं संरक्षण केन्द्र गोपेश्वर द्वारा बुग्याल बचाओ अभियान के तहत यात्रा का आयोजन किया गया।
यात्रा के प्रथम पड़ाव के तहत रा0इ0का0 कुलसारी मे एक गोष्टी का आयोजन किया गया,गोस्टी को संबोधित करते हुए बद्रीनाथ वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियाल ने कहा कि बुग्याल ऊंचाई वाले चरागाहों के रूप में जाने जाते हैं, जो आज गंभीर संकट में हैं, प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता के लिए मशहूर ये बुग्याल, अब अनियंत्रित पर्यटन, जलवायु परिवर्तन, के कारण खतरे में हैं, जिसके लिए विभाग व स्थानीय समुदायों और पर्यावरणविदों ने इनके संरक्षण के लिए आवाज उठाई जा रही है, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कुछ क्षेत्रों में पर्यटन को नियंत्रित करने के कदम उठाए हैं, बुग्याल संरक्षण के लिए नीतियों का पुनर्मूल्यांकन करने और स्थानीय समुदायों के सहयोग से इन्हें संरक्षित करने की योजना बनाई जा रही है।
वही सी. पी. भट्ट पर्यावरण एवं संरक्षण के निर्देशक ओम भट्ट ने कहा कि बुग्यालों का पारिस्थितिकीय संतुलन, जो हजारों वर्षों से स्थिर रहा है, हाल के कुछ दशकों में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है,जिसका कारण बुग्यालों में बढ़ती पर्यटन गतिविधियां है। जिस से यहां के संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र पर दबाव बढ़ा है, व मानव हस्तक्षेप से यहां की भूमि क्षरण की स्थिति में है।
वही दूसरा कारण जलवायु परिवर्तन है, क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग और बदलते मौसम के पैटर्न का भी बुग्यालों पर असर दिख रहा है, बर्फबारी के चक्र में बदलाव और अधिक बारिश से यहां की मिट्टी का कटाव बढ़ रहा है।
इस मौके पर पर्यावरणविदों का मानना है, कि यदि जल्द ही इनकी सुरक्षा के लिए सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो बुग्यालों की प्राकृतिक स्थिति को बहाल करना मुश्किल हो जाएगा।
वही सरपंच संगठन के अध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने कहा कि बुग्यालों का संरक्षण आज समय की मांग है, यदि हमने इन्हें अभी नहीं बचाया, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए इस अनमोल धरोहर को केवल किताबों में ही देख पाना संभव होगा, गोष्टी के बाद बुग्याल बचाओ दल के सदस्यों ने कुलसारी स्थित अम्बी स्मृति वन में पौध रोपण भी किया।
इस अवसर पर समाजसेवी मंगला कोठियाल,राजकीय इंटर कॉलेज कुलसारी के प्रधानाचार्य शंकर दत्त कुनियाल,पत्रकार राकेश परमार, जागो हिमालय के निर्देशक रमेश चंद्र थपलियाल,भगत सिंह बिष्ट पूर्व प्रमुख दशोली,विनय सेमवाल,सोम्या भट्ट, अक्षय सैनी,सहित कई लोग उपस्थित रहे।