आस्था: भगवती राज राजेश्वरी और बटखेम कालिंका का केदारघाटी के तालतोली में हुआ अनुपम मिलन।
आस्था: भगवती राज राजेश्वरी और बटखेम कालिंका का केदारघाटी के तालतोली में हुआ अनुपम मिलन हुआ।
प्रदीप सिंह/बदलता गढ़वाल
गुप्तकाशी/रुद्रप्रयाग।
केदारघाटी में तुलंगा गाँव के समीप स्थित सिद्धपीठ तालतोली भगवती राज राजेश्वरी का प्रसिद्ध स्थान है। समूचे केदारनाथ क्षेत्र में राज राजेश्वरी भगवती की बड़ी महिमा है। मंदिर समिति तालतोली और क्षेत्र के सभी गाँवों की पहल पर पहली बार विकासखंड चंबा(टिहरी गढ़वाल) की भगवती बटखेम कालिंका अपनी देवरा यात्रा के दौरान दो दिन के प्रवास पर तालतोली पधारीं हुई है। महाशक्ति के दो अनुपम विग्रहों का यह अद्भुत मिलन है और केदारघाटी के दूर दराज क्षेत्रों से भी लोग भगवती राज राजेश्वरी और बटखेम कालिंका भवगती का आशीर्वाद लेने के लिए तालतोली पधार रहे हैं ।
भगवती कालिंका के साथ मुख्य पश्वा श्री सुधीर बेलवाल के साथ साथ सच्चिदानंद उनियाल, वैभव पुंडीर, सुंदर सिंह नेगी, शिवओम बेलवाल, सागर संवाई, संजय उनियाल , लकी मखलोगा, प्रसिद्ध ढोल वादक उत्तम दास, उषा देवी, और सौरभ दास चल रहे हैं।
भगवती राज राजेश्वरी के प्रांगण में ग्यारह गांवों की जनता द्वारा 20 /21 सितंबर को बटखेम कालिंका का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर तुलंगा, लवानी, सल्या और खेड़ा गाँव की मातृशक्ति के द्वारा भगवती द्वय की सुंदर भजनों के द्वारा वंदना-अर्चना की गई। संस्कृत के विद्वान और संस्कृति के संवाहक शिक्षक प्रह्लाद सिंह धिरवाण के संचालन में अनेक मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए।
राज राजेश्वरी मंदिर समिति के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता कलम सिंह राणा, आलम सिंह रावत, आनंद बगवाड़ी, सेवानिवृत्त शिक्षक और समाजसेवी पशुपतिनाथ बगवाड़ी, नवीन रावत(ग्राम प्रधान तुलंगा), कुँवर सिंह राणा, सूबेदार मेजर(सेवानिवृत्त) ओंकार सिंह और भरत सिंह, नंदन बिष्ट, पंचम सिंह राणा, मदमहेश्वर बगवाड़ी, मुकेश बगवाड़ी, शिशुपाल सिंह रावत, हुकम सिंह, दरवान सिंह रावत, हुकम सिंह फर्स्वाण(प्रधान ग्राम लवारा), आनरेरी कप्तान दीवान सिंह नेगी सहित सभी गांवों के महिला मंगल दल अध्यक्षों के द्वारा बटखेम कालिंका का भव्य अभिनंदन किया गया।
21 सितंबर के अपराह्न में भगवती बटखेम कालिंका तालतोली से अपने अग्रिम गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगीं। क्षेत्र में सांस्कृतिक जागरूकता और धार्मिक वातावरण के निर्माण में सहायक इस तरह के आयोजन के लिए श्रीअरविन्द अध्ययन केंद्र जोशीमठ मंदिर समिति को हार्दिक बधाई प्रेषित करता है।