गोपेश्वर: राजयोग ध्यान विधि के अभ्यास से ही मिल सकती है नशे की लत से मुक्ति*
*राजयोग ध्यान विधि के अभ्यास से ही मिल सकती है नशे की लत से मुक्ति*
गोपेश्वर।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का चौथे दिन शिविरार्थियों ने राजयोग ध्यान विधि का अभ्यास किया।
शिविरार्थियों को राजयोग ध्यान विधि का अभ्यास करवाते हुए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र गोपेश्वर
की संचालिका बीके किरन ने कहा कि आधुनिक युवा बहुत ऊर्जावान है लेकिन बुरी संगत के कारण के नशे की गिरफ्त में जकड़ता जा रहा है जो सभ्य समाज के लिए बहुत चिंता का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि राजयोग ध्यान विधि के नियमित अभ्यास से नशे की लत को छोड़ा जा सकता है और इससे पढ़ाई में एकाग्रता भी बढ़ती है।
जनपद चमोली में स्वरोजगार के अवसर विषय पर आयोजित द्वितीय बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए डॉ जेएस नेगी ने कहा कि जनपद चमोली में जलसंसाधन वन संसाधन, पर्यटन, पशुपालन, जड़ी बूटी उत्पादन, मौनपालन, दुग्ध पालन में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं। युवाओं को सिर्फ नौकरी पाने की चाहत वाली मानसिकता को त्याग कर स्वरोजगार की राह पकड़नी होगी।
इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ वंदना लोहनी, डॉ रचना टम्टा, डॉ डीएस नेगी, पूनम कंडारी, राधा देवी, मोनिका देवी, विक्रम गुसाईं, विनोद राणा, रविन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।