*सामाजिक सरोकारों से जुडे युवा अतुल शाह को मिलेगा गौरा देवी सम्मान।*
बदलता गढ़वाल(04जून2023)। *सामाजिक सरोकारों से जुडे युवा अतुल शाह को मिलेगा गौरा देवी सम्मान, विभिन्न हस्तियां भी होंगी सम्मानित।*
ग्राउंड जीरो से संजय चौहान!
चमोली। जनपद चमोली की प्रसिद्ध ऊर्गम घाटी में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5-6 जून को 26वां
गौरा देवी पर्यावरण प्रकृति पर्यटन विकास मेला के आयोजन किया जा रहा है। इस साल उक्त मेले में विभिन्न क्षेत्रों पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, साहित्य, सामाजिक व कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों गौरा देवी सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। जनदेश सामाजिक संगठन के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी नें बताया कि इस वर्ष का गौरा देवी पर्यावरण सम्मान बीज बचाओ आंदोलन के प्रेणता विजय जडधारी को मिलेगा। वहीं डॉ नंदकिशोर हटवाल को साहित्य एवं कला के क्षेत्र में, हरेंद्र चौधरी को पर्यावरण व समाज सेवा, अतुल शाह को समाजिक कार्यों व समाज सेवा, डॉ योगेश धस्माना को इतिहास साहित्य एवं समाज सेवा, चित्रा पंत को शिक्षा, मनमीत रावत व राहुल कोटियाल (बारामासा) को पत्रकारिता, डॉ आर के मैखुरी को पर्यावरण शोध कार्य, यशपाल सिंह नेगी को पक्षी विशेषज्ञ/स्वरोजगार व प्रकृति संरक्षण के लिए सहित विभिन्न लोगो को गौरा देवी सम्मान प्रदान किया जायेगा।
गौरतलब है कि सीमांत जनपद(बंड पट्टी ) के सामाजिक सरोकारों से जुड़े और विकास की दूरगामी सोच रखनें वाले युवा, बंड विकास संगठन के पूर्व अध्यक्ष अतुल शाह विकासपरक सोच की प्रतिमूर्ती हैं। सामाजिक सरोकारों से जुडा कोई भी कार्य हो या लोगों की समस्याओं के निराकरण की बात आपको अतुल शाह सबसे अग्रिम पंक्ति में दिखाई देंगे। नैनीताल डीबीएस के छात्र रह चुके अतुल शाह जिन्हें लोग हैप्पी दा के नाम से जानते हैं लोगों के लिए एक मिशाल है कि कैसे नि:स्वार्थ भाव से भी समाज की सेवा की जा सकती है। पीपलकोटी (बंड क्षेत्र) में नवोदय विद्यालय, सेमलडाला खेल मैदान, बंड विकास पर्यटन मेला, स्वामी विवेकानंद अस्पताल, गडोरा इंटर कॉलेज को अटल आदर्श विद्याल, पीपलकोटी (बंड क्षेत्र) में पशु चिकित्सालय की स्वीकृति उनके प्रयासों के बिना शायद ही हो पाते। वे हमेशा से ही विकासवादी सोच के समर्थक और सांस्कृतिक विरासत के संवाहक रहें हैं। बंड क्षेत्र में आयोजित होने वाले मेले, रामलीला, पांडवलीला, बगडवाल नृत्य सहित विभिन्न सामाजिक सरोकार के आयोजनों में उनकी उपस्थिति सदैव आपको मिलेगी। वे हर कार्यक्रम में सहयोगी की भूमिका भी बखूबी से अदा करते हैं। 1999 का भूकम्प हो या 2006, 2013 की आपदा, कोरोना काल, रैणी आपदा, संकट की हर आपातकालीन घडी में अतुल शाह नें स्थानीय लोगों के साथ साथ बद्रीनाथ, हेमकुण्ड आनें वाले तीर्थयात्रियों की हरसंभव सहायता की। इसके अलावा क्षेत्र में खेल-कूद की गतिविधियों से लेकर जनजागरूकता अभियानों में भी वे हमेशा से ही बढचढकर हिस्सा लेते हैं। अतुल शाह नें दिखलाया है कि पर्यटन को कैसे रोजगार से जोडा जा सकता है, उन्होने विगत 20 सालों से पीपलकोटी में पर्यटन को रोजगार से जोडने के लिए लोगो को प्रोत्साहित किया फलस्वरूप आज पीपलकोटी पर्यटन का केंद्र बिंदु बन गया है। आज पीपलकोटी के युवा होटल, लाॅज, होमस्टे के जरिए रोजगार सृजन कर रहें हैं। अतुल शाह राम मंदिर निर्माण के जनपद अभियान प्रमुख का दायित्व भी बखूबी से निर्वहन कर चुके हैं। उन जैसा सरल, सौम्य, मृदुभाषी और निस्वार्थ व्यक्ति आज के दौर में मिलना बेहद कठिन है। अतुल शाह जैसे दूरदर्शी और विकासपरक सोच वाले युवाओं की पूरे प्रदेश को बेहद आवश्यकता है। सरकारों को चाहिए की ऐसे युवाओं के अनुभवों का सही जगह प्रयोग करें और राज्य को विकास के नयें आयामों तक पहुंचाये।